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Happy Independence Day - A message to the people

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15 अगस्त का दिन प्रत्येक भारतीय के लिए पवित्र होता है। हमारा ‘तिरंगा’ हमारे देश की अस्मिता का प्रतीक है। इस दिन हम देश की संप्रभुता का उत्सव मनाते हैं और अपने उन पूर्वजों के योगदान को कृतज्ञता से याद करते हैं, जिनके प्रयासों से हमने बहुत कुछ हासिल किया है। हम भाग्यशाली हैं कि हमें महान देशभक्तों की विरासत मिली है। उन्होंने हमें एक आज़ाद भारत सौंपा है। साथ ही उन्होंने कुछ ऐसे काम भी सौंपे हैं जिन्हें हम सब मिलकर पूरा करेंगे। देश का विकास करने, तथा ग़रीबी और असमानता से मुक्ति प्राप्त करने के काम हम सबको करने हैं। हमारे किसान उन करोड़ों देशवासियों के लिए अन्‍न पैदा करते हैं जिनसे वे कभी आमने-सामने मिले भी नहीं होते। वे देश के लिए खाद्य सुरक्षा और पौष्टिक आहार उपलब्ध कराके हमारी आज़ादी को शक्ति प्रदान करते हैं। हमारे सैनिक, सरहदों पर, बर्फीले पहाड़ों पर, चिलचिलाती धूप में, सागर और आसमान में, पूरी बहादुरी और चौकसी के साथ, देश की सुरक्षा में समर्पित रहते हैं। वे बाहरी खतरों से सुरक्षा करके हमारी स्वाधीनता सुनिश्‍चित करते हैं। हमारी पुलिस और अर्धसैनिक बल अनेक प्रकार ...

कंक्रीट के जंगलों में बारिश की बूंदें

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पहली बारिश की कुछ बौछारों से ही कभी न रुकने वाले भारत जैसे देश की जिंदगी कुछ थम सी जाती है।  आने वाले दिनों में भी हालात और बदतर होने के ही आसार दिखाई दे रहे हैं। ये हाल लगभग सभी मुख्य शहरों का है, जहां विकास के नाम पर कंक्रीट के जंगल खड़े किए गए हैं।   ये कंक्रीट के जंगल जहां न सिर्फ मानसून के मौसम में बाढ़ के हालात पैदा कर देते हैं , बल्कि भूमि के  जल स्तर में गिरावट लाने के भी प्रमुख कारण हैं। फलत: गर्मी में आम जनता को पानी की किल्लत का सामना करना पड़ता है।  ऐसे में वर्षा जल प्रबंधन व पौधारोपण ही सबसे कारगर उपाय दिखाई पड़ते हैं।  आज यह आवश्यक हो गया है कि सरकार भवन निर्माण कानूनों में वर्षा जल संचयन (Rain Water Harvesting ) को अनिवार्य करे। साथ ही सड़कों पर भी दो-दो मीटर की दूरी पर (फुटपाथ के समीप) ऐसी जालियां बनाई जाएं जो कि पाइपों द्वारा वर्षा जल को भूमि में संचित करने में सहायक हो। हर शहर और गांव में यथासंभव तालाब/जलकुंडों अथवा नहरों का निर्माण होना चाहिए ताकि वर्षा जल का खेती जैसे सही कार्यों उपयोग हो सके। अतः यह वर्षा जल प्रबंधन अनिवार्य ...

शिक्षा व्यवस्था के ध्वस्त होते आदर्श और अभिवावकों की मानसिक विकृति

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।।जय श्री राम।। 🙏🙏🙏🙏🙏 मैंने कभी नही सुना कि America में Board Exam के Result आ रहे हैं या UK में लड़कियों ने बाजी मार ली है या Australia  में किसी छात्र के 99.5%  आए हैं। मई-जून के महीने में भारत के हर घर में दस्तक देती है एक भय, एक उत्तेजना, एक जिज्ञासा, एक मानसिक विकृति...। हर माता-पिता, हर बोर्ड के इग्जाम मे बैठा बच्चा हर बीतते हुए पल को एक ऑब्ससेशन, एक डिप्रेशन, एक इनसेक्योरीटी में काट रहा होता है की..., क्या होगा? माता-पिता फ़सल की तरह बच्चों को पाल रहे है कि कब फ़सल पके, कब उनकी अधूरी रह चुकी अकाँक्षाऐं पूरी होंगी, कब वे फ़सल काटेंगे। हमारे पूंजीवादी इनवेस्टर्स को क्या प्रोडक्ट चाहिये इस हिसाब से शिक्षा और उसके उद्देश्य तय हो रहे हैं। एक परिवार सुख-चैन त्याग, दिन-रात जग करके, संघर्षों और परीश्रम में गुज़र जाता है। उस परिवार का अपना अस्तित्व और सुख-चैन और मानवीय भावनाऐं इसलिये भेंट चढ जाती है क्योंकि TCS को एक बेहतरीन Software Developer  चाहिये या Mckinsey को  Best Brain  चाहिए या Reliance को बेहतरीन Game Designer चाहिये। हमार...

मानव जाति के भविष्य और सेहत पर गहराता संकट।

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विश्व स्वास्थ्य संगठन(WHO) ने हाल ही में अपनी एक रिपोर्ट जारी की है, जिसमें पीएम-2.5 के आधार पर विश्व के सर्वाधिक प्रदूषित शहरों का नाम सार्वजनिक किया गया है। चौंकाने वाली बात यह है कि इनमें से चौदह शहर भारत के हैं, जिसमें नई दिल्ली को विश्व का सबसे प्रदूषित शहर बताया गया है।  ये समस्या सिर्फ भारत की ही नही अपितु सम्पूर्ण मानव-जाति की है। वायु प्रदूषण का संकट दक्षिण-एशिया और चीन में ज्यादा गहराया हुआ है। यहाँ प्रदूषण का स्तर इतना बढ़ चुका है की लोग जहरीली हवा में रहने को मज़बूर हैं। यहाँ पिछले कुछ सालों में कैंसर, अस्थमा और अन्य श्वास-सम्बंधी बीमारियां लोगों को जकड़ रही हैं। इसलिए इस मुद्दे पर ध्यान देना आज के समय की सबसे बड़ी मांग है। वैसे तो वायु प्रदूषण के कई कारण हैं,  जैसे: 1. बहुत बड़े पैमाने पर बिजली की खपत। 2. A/c और फ्रिज तथा परफ्यूम से निकलने वाले CFC 3. वाहनों (खास तौर पर पुराने) से निकलने वाला धुँआ। 4. Sustainable Development पर ध्यान ना देना। 5. व्रक्षों तथा जंगलों का सफाया, आदि। परंतु समय की कीमत को देखते हुए हम यहाँ कुछ मुख्य कारणों को समझेंगे। वाय...

जगमगाता #New_India

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15 अगस्त 2015 को लाल किले से हमारे देश के यशश्वी प्रधानमन्त्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने एक घोषणा की थी, एक लक्ष्य निर्धारित किया था। वह एक सपना था जो भारत का हर आम नागरिक पिछली एक शताब्दी से देख रहा था - भारत को विद्युत सम्पन्न बनाने का और देश के आखिरी गांव तक बिजली पहुँचाने का। आज भारत के अंतिम कुछ अँधेरे में गुज़ारा कर रहे गांवों तक बिजली पहुँचाने के साथ ही वह लक्ष्य हासिल हो गया। 15.10.2015 उस दिन पीएम नरेंद्र मोदी जी ने लाल किले की प्राचीर से ये वादा किया था की वो उस समय के भारत के 16,000+ बिजली रहित गांवों को 1000 दिन में रोशन करने का काम पूरा करेंगे। और आज(29.04.2018) को उन्होंने ये लक्ष्य निर्धारित समय से 2 हफ्ते पहले हासिल कर लिया है। भारत के इतिहास में एक सुनहरा दिन है और ये हर भारतीय के लिए गर्व का क्षण है। जो काम पिछले 70 साल में कोई सरकार नही कर पायी वो हज़ार दिन से कम समय में पूरा कर लेना सही माय9ने में सराहनीय कार्य है। कपीश गर्ग बृजवासी

In Case of Emergency /आपात स्थिति के समय

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                    🚷आकस्मिक घटना संकेत 🚷                          जरूर पढे- और करे भी     "ICE"(In Case of Emergency /आपात स्थिति के समय)      हम सभी अपने मोबाइल की मेमोरी में नाम के साथ नम्बर दर्ज करते हैं किंतु हमारे अलावा कोई नहीं जानता कि इनमें से कौन सा नम्बर हमारे परिवार के सदस्य अथवा नजदीकी रिश्तेदार या मित्र का है।     यदि हम दुर्घटना ग्रस्त हो जाय या अचानक बीमार पड़ जायें तो जो व्यक्ति हमें अस्पताल पहुँचाता है, उसके पास हमारा मोबाइल फोन तो मिल जाता है परंतु वह यह नहीं जानता कि किसे फोन किया जाय ? क्योंकि* *मोबाइल में सैकड़ों नम्बर दर्ज है किंतु आपात स्थिति (Emergency) में किससे सम्पर्क किया जाय?      अतः"ICE"(In Case of Emergency /आपात स्थिति के समय) की परिकल्पना की गई है।     "ICE" की संकल्पना आपात स्थिति (Emergency)में तुरंत सम्पर्क स्थापित करने की विधि है ।जनसंख्या का एक बड़ा हिस्सा मोब...

Earth Day 2018

EarthDay यकीन मानिए, अगर आप प्रकृति से दूर हैं तो आप अपने ही बनाए हुए पिंजरे में कैद हैं। पेड़ लगाए और माँ सृष्टि को बचाएं। वन्य जीवों को कभी नुकसान ना पहुंचाएं। ~ Kapeesh Garg Brijwasi